गुप्त यौन रोगों में उपदंश, जिसे अंग्रेजी में syphilis कहते हैं, एक अति कष्टदायक और घृणित रोग है जो ऐसे ही स्त्री या पुरुष को होता है जिसने इस रोग से ग्रस्त पुरुष या स्त्री के साथ सहवास किया हो इसलिए यह रोग सदाचारी स्त्री-पुरुष को नहीं होता. इस रोग से बचने के लिए पुरुष को परस्त्रीगमन और स्त्री को परपुरुषगमन से बचना चाहिए.
गुप्त यौन रोगों में उपदंश, जिसे अंग्रेजी में syphilis कहते हैं, एक अति कष्टदायक और घृणित रोग है जो ऐसे ही स्त्री या पुरुष को होता है जिसने इस रोग से ग्रस्त पुरुष या स्त्री के साथ सहवास किया हो इसलिए यह रोग सदाचारी स्त्री-पुरुष को नहीं होता. इस रोग से बचने के लिए पुरुष को परस्त्रीगमन और स्त्री को परपुरुषगमन से बचना चाहिए.आयुर्वेदिक ग्रंथों में सिर्फ 'भाव प्रकाश' में 'उपदंश' रोग का विवरण पढ़ने को मिलता है. यह रोग ज्यादातर तो इस रोग से ग्रस्त व्यक्ति के साथ यौन-संपर्क करने पर ही होता है, वंशानुगत भी हो सकता है, जो की बहुत काम होता है, या फिर अनुचित तरीके से यौन-क्रिया करने से होता है.
आयुर्वेद के अनुसार हाथ का आघात लगने (हस्तमैथुन) से, नाख़ून या दांत से घाव होने से, सहवास के बाद गुप्तिन्द्रिय को न धोने से, अति सहवास करने से, यौनांग में दोष होने से तथा अन्य प्रकार की गलत यौन क्रियाएं करने से उपदंश रोग होता है.