Panchkol Churna uses in hindi, पंचकोल चूर्ण के फायदे और बनाने की विधि

पंचकोल चूर्ण के फायदे, घटक द्रव्य, निर्माण विधि, मात्रा और सेवन विधि.

Panchkol Churna uses in hindi, पंचकोल चूर्ण के फायदे और बनाने की विधि

पंचकोल चूर्ण के फायदे, घटक द्रव्य, निर्माण विधि, मात्रा और सेवन विधि.

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पंचकोल चूर्ण ( Panchkol Churna )

पंचकोल चूर्ण ( Panchkol Churna )
पंचकोल चूर्ण ( Panchkol Churna  )

अनियमित आहार विहार के कारण पाचनक्रिया ठीक से नहीं हो पाती जिससे अपच और कब्ज़ की शिकायत पैदा हो जाती है. इन बिमारियों को दूर करने के लिए अपने आहार विहार में सुधार करके पंचकोल चूर्ण का सेवन करना चाहिए .

पंचकोल चूर्ण के घटक द्रव्य (ingredients of panchkol churna ) - पीपल, पीपलामूल, चव्य , चित्रकमूल छाल और सौंठ - सब समान मात्रा में .

पंचकोल चूर्ण निर्माण विधि (panchkol churna preparation method ) - सब द्रव्यों को खूब कूट पीस कर महीन चूर्ण कर लें और शीशी में भर लें.

पंचकोल चूर्ण मात्रा और सेवन विधि (panchkol churna quantity and dosage ) - आधा चम्मच चूर्ण दिन में दो तीन बार शहद में मिलकर चाट लें या गरम पानी के साथ फांक लें.

पंचकोल चूर्ण के लाभ व् फायदे (Advantages and health benefits of panchkol churna ) - पंचकोल चूर्ण उत्तम पाचन करने वाला, जठराग्नि प्रदीप्त कर भूख बढ़ाने वाला और रूचि बढ़ाने वाला है. पंचकोल चूर्ण का सेवन करने से अफारा, पेट फूलना, प्लीहा वृद्धि , गुल्म, पेटदर्द आदि पेट के रोग नष्ट होते हैं . श्वास रोग, खांसी और ज्वर आदि रोगों में भी इसका सेवन लाभप्रद है. पंचकोल चूर्ण इसी नाम से बना बनाया बाजार में मिलता है.