आयुर्वेद शास्त्र में ऐसे अनेक योग विद्यमान हैं जो स्वस्थ एवं अस्वस्थ, दोनों अवस्थाओं में सेवन किये जाने योग्य होते हैं. शीतकाल के दिनों में सेवन योग्य, अच्छे स्वास्थ्यवर्धक एवं बलपुष्टिकारक "पाक" सम्बन्धी बहुत ही गुणकारी और घर पर ही बनाये जा सकने वाले श्रेष्ठ योग आयुर्वेद में उपलब्ध हैं. महिला वर्ग के लिए अत्यंत उपयोगी एवं लाभप्रद एक योग "नारी कल्याण पाक" का सम्पूर्ण विवरण यहाँ प्रस्तुत किया जा रहा है.
नारी कल्याण पाक के घटक द्रव्य (ingredients of nari Kalyan pak ) - चिकनी सुपारी, सफ़ेद मूसली, असगंध नागौरी - तीनों १००-१०० ग्राम, शुद्ध घी ३०० ग्राम, दूध २ लीटर , शक्कर २ किलो. सौंठ, पीपल, पीपलामूल, जीरा, लौंग, इलायची, तेजपात, दालचीनी, नागकेसर, चव्य, चित्रक्छल, लाजवंती के बीज, तालमखाना, मोचरस, सम्हालू के बीज, काली मूसली, लौह भस्म, प्रवाल भस्म, अभ्रक भस्म, और बंग भस्म - सब १०-१० ग्राम.
नारी कल्याण पाक निर्माण विधि (Nari kalyan pak preparation method ) - चिकनी सुपारी, सफ़ेद मूसली और असगंध नागौरी को अलग अलग कूट पीस कर महीन चूर्ण कर रख लें. भस्मों को अलग रख कर शेष सभी द्रव्य एक साथ कूट पीस कर महीन चूर्ण कर लें और चलनी से तीन बार छान लें ताकि सभी द्रव्य ठीक से मिलकर एक जान हो जाएँ . स्टेनलेस स्टील की या कलईदार कढ़ाई में दूध डालकर आग पर गरम करें . जब दूध रबड़ी जैसा गाढ़ा हो जाए तब इसमें सुपारी आदि तीनो द्रव्यों का मिश्रण डालकर हिलाते चलाते हुए मंदी आंच पर पका कर खोया (मावा) बनायें. मावा बन जाए तब इसे घी में अच्छी तरह सेकें. जब अच्छा गुलाबी सिक जाए और सुगंध आने लगे तब उतार लें. शक्कर की डेढ़ तार की चाशनी बनाकर मावा डालकर मिलाएं और अब इसमें सब भस्में डालकर नीचे उतार कर खूब हिला चलाकर मिला लें और कुछ ठंडा होने पर सौंठ पीपल आदि दवाइयों का मिश्रण डालकर हिला -चला कर अच्छी तरह मिला लें. एक थाली में घी का हाथ लगाकर बर्फी जमा लें और सूखे मेवे काटकर ऊपर से फैला कर डाल दें. जब जम जाए तब बर्फी काट लें. पाक तैयार है.
नारी कल्याण पाक मात्रा, सेवन विधि व् लाभ ( naari Kalyan Pak quantity , dosage , health benefits and advantages ) - अपनी पाचन शक्ति के अनुसार २५ से ५० ग्राम मात्रा में सुबह खाली पेट खूब चबा चबा कर खाएं और दूध पी लें. इसके सेवन से शरीर पुष्ट, सुडौल और सबल बनता है, चेहरा भरा हुआ और तेजस्वी रहता है तथा सभी नारी रोग दूर रहते हैं. नारी कल्याण पाक महिलाओं के लिए , किसी भी आयु में, सेवन योग्य एक श्रेष्ठ बलवर्धक योग है.