यौन दौर्बल्य,नपुंसकता आदि यौन व्याधियों को दूर करने में उपयोगी एक से बढ़कर एक पाक आयुर्वेद में भरे पड़े हैं. इन्ही में से एक पाक है कौंच पाक. कौंच पाक अन्य सभी पौष्टिक और वाजीकारक पार्कों का राजा है क्यूंकि इसका प्रमुख द्रव्य है कौंच बीज जो की वाजीकारक और पौष्टिक जड़ी-बूटियों में सर्वश्रेष्ठ है. इस आर्टिकल में कौंच पाक का सम्पूर्ण विवरण और परिचय प्रस्तुत है.
कौंच पाक के घटक द्रव्य (ingredients of kaunch pak ) - कौंच के शुद्ध बीज की गिरी १ किलो, दूध ५ लीटर (यदि दूध गाय का हो तो ज्यादा अच्छा होगा ), मिश्री या शक्कर दो किलो, जायफल, जावित्री, कंकोल, सौंठ, पीपल, काली मिर्च, लौंग, अजवाइन, अकरकरा, समुद्रशोथ, दालचीनी, नागकेशर, तेजपान, छोटी इलायची, सफ़ेद जीरा, गज पीपल और प्रियंगु के फूल - सभी १७ द्रव्य १०-१० ग्राम और गोघृत आवश्यक मात्रा में.
कौंच पाक निर्माण विधि (kaunch pak preparation method ) - गिरी को कूट पीस कर महीन चूर्ण कर लें फिर दूध डालकर पकाएं व् मावा बनाकर उतार लें. कढ़ाई में घी गरम करके मावा खूब अच्छे से भून लें , मिश्री या शक्कर की चाशनी बनाकर भुना हुआ मावा डालकर अच्छी तरह हिलाते चलते हुए भूनें फिर सभी १७ द्रव्य कूट पीस कर इसमें दाल दें और उतार कर ठंडा करके , थाली में घी का हाथ लगाकर , इसे फैला कर रख दें. जब जम जाए तब मसल कर चूर्ण करके रख लें.
कौंच पाक मात्रा और सेवन विधि (kaunch pak quantity and dosage ) - सुबह शाम १-१ बड़ा चम्मच खाली पेट खूब चबा चबा कर मीठा कुनकुना गर्म दूध पीते हुए खाएं.
कौंच पाक के लाभ और फायदे (Advantages and health benefits of kaunch pak ) - कौंच पाक यौनशक्तिवर्धक और धातु क्षीणता, शीघ्रपतन, इन्द्रिय की शिथिलता आदि यौन विकारों को नष्ट करता है. कौंच पाक श्रेष्ठ बलपुष्टिदायक आयुर्वेदित योग है जिसे पूरे शीतकाल भर अवश्य सेवन करना चाहिए क्यूंकि उष्ण प्रकृति का होने से सिर्फ शीतकाल में ही सेवन किया जा सकता है. यौन दौर्बल्य दूर होने के अलावा कौंच पाक के सेवन से प्रमेह, मूत्र विकार, गर्भाशय की निर्बलता, थकावट, कमज़ोरी, सुस्ती, वात व्याधियां, चेहरे की निस्तेजता आदि व्याधियां भी दूर होती हैं. कौंच पाक स्त्रियों के लिए भी अति बलपुष्टिदायक , शरीर को पुष्ट व् सुडौल तथा गर्भधारण करने yogy बनता है. कौंच पाक नवप्रसूता के लिए उत्तम टॉनिक है. कौंच पाक जठराग्नि और पाचनशक्ति बढ़ाने वाला है. आयुर्वेद के अनुसार नरनारी दोनों के लिए समान रूप से उपयोगी और लाभप्रद इस योग का सेवन, पति-पत्नी को, शीतकाल में अवश्य ही करना चाहिए. शीत प्रकृति वाले इसका सेवन सालभर कर सकते हैं. कौंच पाक बना बनाया इसी नाम से बाजार में मिलता है.