Inability to sleep is called insomnia. It can occur as a result of some acute or chronic disease or some psychological disturbance.
Causes of insomnia (sleeplessness) :-
During pregnancy
Hyperaemia ( congestion of blood in the brain)
Old age
Sedentary lifestyle
Nervous excitement
Emotional excitement
Night watching (people in a job involving night duty like watchmen, nurses etc.)
Over exhaustion of mind.
Nervous breakdown
Disturbance due to light, noise etc.
Heart disease (dilated heart)
Acupressure treatment of insomnia (sleeplessness):-
Relaxation of patient's mind is necessary along with the treatment.
Acupressure treatment:-
Sp 6
St 45
Ex 6, 7
H 7
UB 25
K 1, 3
Du 20
Reflex points: diaphragm, all glands, spinal column, brain.
अत्यंत व्यस्तता वाली दिनचर्या, मानसिक तनाव एवं चिंता, शोक भय का वातावरण, शरीर में कोई पीड़ा या व्याधि,गैस का प्रकोप, अपच और अम्ल पित्त का प्रकोप, हिचकी, डकार, प्यास, जलन, अतिसार आदि व्याधि के प्रभाव से नींद नहीं आती और व्यक्ति देर रात तक बिस्तर में पड़ा करवटें बदलता रहता है. इसे अनिद्रा रोग (insomnia ) कहते हैं. नींद न आने की शिकायत का कारण शारीरिक भी हो सकता है और मानसिक भी. कई बार तो सोने की कोशिश करने से भी नींद उड़ जाती है और देर रात तक नहीं आती. नींद लाने वाली गोली खाना कोई निरापद उपाय नहीं है क्यूंकि नींद की गोली खाकर सोने से दूसरे दिन सिर में भारीपन और शरीर में आलस्य बना रहता है. वैसी ताज़गी और चुस्ती फुर्ती नहीं आती जैसी स्वाभाविक गहरी नींद सोने से आती है. इसलिए नींद की गोलियों की आदत न डालकर निम्लिखित आयुर्वेदिक चिकित्सा करना चाहिए ताकि स्वाभाविक ढंग से नींद आने लगे.
अनिद्रा या नींद न आने की प्राकृतिक चिकित्सा ( natural treatment for insomnia , neend na aana ) - अनिद्रा की स्थिति दूर करने के लिए पहले प्राकृतिक उपचार करना चाहिए और प्राकृतिक उपायों से समस्या दूर न हो तो औषधि का सेवन करना चाहिए. प्राकृतिक उपाय - नीले रंग की बोतल में सूर्यतप्त तेल तैयार करके, इस तेल को उँगलियों से बालों की जड़ों में लगाकर हलके हलके मालिश करना चाहिए. बेसन का उबटन लगाकर स्नान करना चाहिए. सोते समय पैर के तलुओं में पानी के छींटे मार कर नारियल का तेल या शुद्ध घी लगा कर हलके हलके मालिश करना चाहिए. इन उपायों से नींद आने लगती है. शांत मन से लेट कर ध्यान सांस के आने जाने पर केंद्रित करने से भी नींद आ जाती है.
अनिद्रा या नींद ना आने की आयुर्वेदिक व् औषधीय चिकित्सा (Ayurveda treatment with home remedies for insomnia , anidra ) - (1 ) शंखपुष्पी, ब्राह्मी, मिश्री और आंवला सब १००-१०० ग्राम लेकर बारीक़ पीस कर मिला लें. मिलकर तीन बार छान लें ताकि चारों अच्छी तरह मिल कर एक जान हो जाएँ . इस योग को सुबह शाम १-१ छोटा चम्मच ताज़े पानी के साथ लेने से नींद आने लगती है.
(2 ) यदि दर्द के कारण नींद ना आती हो तो खुरासानी अजवाइन आधा चम्मच , पानी ते साथ सुबह शाम लेना चाहिए.
(3 ) यदि उच्च रक्तचाप के कारण नींद ना आ रही हो तो सर्पगंधा का चूर्ण १० ग्राम और श्वेत पर्पटी १० ग्राम लेकर दोनों चूर्ण मिला कर २० पुड़िया बना लें. सुबह शाम एक एक पुड़िया पानी के साथ १० दिन तक लेने से रक्तचाप सामान्य हो जाता है और नींद आने लगती है.